यूपी बाराबंकी: कोतवाली के दारोगा पर लगा एक लाख रूपए रिश्वत मांगने का आरोप , ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल
11 जून 2018
यूपी बाराबंकी: सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बाराबंकी में रामसनेही घाट कोतवाली में तैनात दारोगा सत्येंद्र सोनकर पर एक लाख रूपए रिश्वत मांगने का आरोप लगा है ये आरोप हत्या के प्रयास के केस में आरोपी सुधीर मोहन सिंह ने लगाया है सुधीर मोहन सिंह का कहना है कि दारोगा सत्येंद्र सोनकर ने उसका नाम हत्या का प्रयास करने वाले आरोपियों की सूचि से निकालने के लिए एक लाख रूपए रिश्वत की मांग की है इस संबंध में बातचीत का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है सुधीर मोहन का कहना है कि पुरानी रंजिश के चलते उसे इस हत्या के प्रयास के आरोप में फसाया गया है जबकि वह घटना वाले दिन अपनी बहन के घर लोनी कटरा गया हुआ था उसका कहना है कि मैंने अपनी बेगुनाही के सबूत भी उक्त दारोगा को दिए लेकिन उसने एक न सुनी और एक लाख रूपए रिश्वत की मांग करने लगा रिश्वत के रूपए का इंतजाम न हो पाने पर दारोगा ने सुधीर मोहन सिंह के भाई को गिरफ्त में ले लिया सुधीर मोहन का कहना है कि इस मामले की शिकायत 04 जून को बाराबंकी के एसपी वीपी श्रीवास्तव से की गई तथा उन्हें दारोगा द्वारा घूस मांगने का ऑडियो भी सुनाया लेकिन एसपी साहब ने एक न सुनी और आरोपी दारोगा पर कार्यवाही करने की बजाय उल्टा सुधीर मोहन को ही परेशान किया जाने लगा पुलिस के डर से सुधीर मोहन घर से बाहर छिपता फिर रहा है उसने इस मामले की शिकायत जन सुनवाई पोर्टल पर भी की लेकिन कोई सुनवाई नही हुई इस मामले पर उसका कहना है कि अगर उसे न्याय नही मिला तो वो अपने परिवार के साथ योगी सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग करेगा ऑडियो सुनने के बाद भी आरोपी दारोगा पर कार्यवाही न करने से बाराबंकी के एसपी वीपी श्रीवास्तव की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया है आखिर वो इस दारोगा पर इतने मेहरबान क्यों है क्यों दारोगा के इस कारनामे पर पर्दा डाला जा रहा है जनता के बीच पुलिस को लेकर क्या सन्देश जा रहा है भ्रष्टाचार को समाप्त करने का दम भरने वाली सरकार अपने ही पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही को लेकर लाचार दिखाई देती है
यूपी बाराबंकी: सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बाराबंकी में रामसनेही घाट कोतवाली में तैनात दारोगा सत्येंद्र सोनकर पर एक लाख रूपए रिश्वत मांगने का आरोप लगा है ये आरोप हत्या के प्रयास के केस में आरोपी सुधीर मोहन सिंह ने लगाया है सुधीर मोहन सिंह का कहना है कि दारोगा सत्येंद्र सोनकर ने उसका नाम हत्या का प्रयास करने वाले आरोपियों की सूचि से निकालने के लिए एक लाख रूपए रिश्वत की मांग की है इस संबंध में बातचीत का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है सुधीर मोहन का कहना है कि पुरानी रंजिश के चलते उसे इस हत्या के प्रयास के आरोप में फसाया गया है जबकि वह घटना वाले दिन अपनी बहन के घर लोनी कटरा गया हुआ था उसका कहना है कि मैंने अपनी बेगुनाही के सबूत भी उक्त दारोगा को दिए लेकिन उसने एक न सुनी और एक लाख रूपए रिश्वत की मांग करने लगा रिश्वत के रूपए का इंतजाम न हो पाने पर दारोगा ने सुधीर मोहन सिंह के भाई को गिरफ्त में ले लिया सुधीर मोहन का कहना है कि इस मामले की शिकायत 04 जून को बाराबंकी के एसपी वीपी श्रीवास्तव से की गई तथा उन्हें दारोगा द्वारा घूस मांगने का ऑडियो भी सुनाया लेकिन एसपी साहब ने एक न सुनी और आरोपी दारोगा पर कार्यवाही करने की बजाय उल्टा सुधीर मोहन को ही परेशान किया जाने लगा पुलिस के डर से सुधीर मोहन घर से बाहर छिपता फिर रहा है उसने इस मामले की शिकायत जन सुनवाई पोर्टल पर भी की लेकिन कोई सुनवाई नही हुई इस मामले पर उसका कहना है कि अगर उसे न्याय नही मिला तो वो अपने परिवार के साथ योगी सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग करेगा ऑडियो सुनने के बाद भी आरोपी दारोगा पर कार्यवाही न करने से बाराबंकी के एसपी वीपी श्रीवास्तव की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया है आखिर वो इस दारोगा पर इतने मेहरबान क्यों है क्यों दारोगा के इस कारनामे पर पर्दा डाला जा रहा है जनता के बीच पुलिस को लेकर क्या सन्देश जा रहा है भ्रष्टाचार को समाप्त करने का दम भरने वाली सरकार अपने ही पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही को लेकर लाचार दिखाई देती है
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