यूपी बाँदा : बीजेपी नेता के होटल में जुए के अड्डे का पर्दाफाश , अधादर्जन जुआरी 34000 रूपए के साथ पकडे गए पकडे गए , लेकिन नेताजी को पुलिस ने कुछ नही कहा
06 जुलाई 2018
यूपी बाँदा: खबर के अनुसार उत्तरप्रदेश के बाँदा जिले की शहर कोतवाली के मयूर टॉकीज रोड पर होटल तुलसी स्वरुप में पुलिस ने देर शाम भारी पुलिस बल के साथ छापे मारी की इस छापे मारी में होटल के कमरा नंबर 104 से लगभग आधा दर्जन जुआरी ताश की गड्डियों सहित पकडे गए है इसी के साथ इन जुआरियो के पास से 34000 रूपए भी बरामद किये गए है हैरानी की बात तो ये है कि इस होटल के मालिक मनोज जैन भी इसी कमरे से निकले लेकिन पुलिस ने उन्हें छुआ भी नही उल्टा नेताजी पत्रकारों पर भड़क गए तथा कैमरा बंद करने के लिए कहने लगे इतना ही नही नेता जी थाने जा कर पुलिस द्वारा पकडे गए जुआरियो की पैरवी करते रहे इसके लिए वो देर रात तक थाने में बैठे रहे आपको बता दें कि होटल मालिक मनोज जैन बीजेपी ने दिग्गज नेता है तथा बाँदा जिले से बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के नेता भी है यही नही इसी होटल में उनका कैम्प कार्यालय भी है नेता जी के ऊंचे रसूख के चलते पुलिस ने उन्हें कुछ नही कहा ।
सवाल उठता है कि ऐसा क्यों ? सत्ता पक्ष में बैठे नेताओ पर ये मेहरबानी क्यों ये सत्ता की कुर्सी जनता की सेवा के लिए मिली है गलत कार्यो के लिए नही कानून सबके लिए बराबर है अगर जुआ खेलने वाला अपराधी है तो जुआ खिलाने वाला भी अपराधी ही है फिर ये भेदभाव क्यों ? इन सभी सवालों का जवाब अभी हमारे पास भी नही है की ऐसा क्यों हो रहा है ।
यूपी बाँदा: खबर के अनुसार उत्तरप्रदेश के बाँदा जिले की शहर कोतवाली के मयूर टॉकीज रोड पर होटल तुलसी स्वरुप में पुलिस ने देर शाम भारी पुलिस बल के साथ छापे मारी की इस छापे मारी में होटल के कमरा नंबर 104 से लगभग आधा दर्जन जुआरी ताश की गड्डियों सहित पकडे गए है इसी के साथ इन जुआरियो के पास से 34000 रूपए भी बरामद किये गए है हैरानी की बात तो ये है कि इस होटल के मालिक मनोज जैन भी इसी कमरे से निकले लेकिन पुलिस ने उन्हें छुआ भी नही उल्टा नेताजी पत्रकारों पर भड़क गए तथा कैमरा बंद करने के लिए कहने लगे इतना ही नही नेता जी थाने जा कर पुलिस द्वारा पकडे गए जुआरियो की पैरवी करते रहे इसके लिए वो देर रात तक थाने में बैठे रहे आपको बता दें कि होटल मालिक मनोज जैन बीजेपी ने दिग्गज नेता है तथा बाँदा जिले से बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के नेता भी है यही नही इसी होटल में उनका कैम्प कार्यालय भी है नेता जी के ऊंचे रसूख के चलते पुलिस ने उन्हें कुछ नही कहा ।
सवाल उठता है कि ऐसा क्यों ? सत्ता पक्ष में बैठे नेताओ पर ये मेहरबानी क्यों ये सत्ता की कुर्सी जनता की सेवा के लिए मिली है गलत कार्यो के लिए नही कानून सबके लिए बराबर है अगर जुआ खेलने वाला अपराधी है तो जुआ खिलाने वाला भी अपराधी ही है फिर ये भेदभाव क्यों ? इन सभी सवालों का जवाब अभी हमारे पास भी नही है की ऐसा क्यों हो रहा है ।
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