हरदोई : डीएम के आदेश की अनदेखी , छुट्टी की घोषणा के बावजूद खुले कई स्कूल
31 जुलाई 2018
हरदोई के बावन क्षेत्र में 48 घंटे से भीषण बारिश से गांवों में हाहाकार मचा हुआ है हरदोई व ब्लॉक बाबन के कई गांव में मकानों के ढह जाने की खबर है भारी बारिश के चलते सड़कें कट रही है बाढ़ की तबाही से बचने के लिए ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर रहे है हजारो बीघा धान, मक्का, बाजरा सहित कई फसले नष्ट हो चुकी है इस भयानक तबाही से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है।
बरसात की इस भयंकर तबाही को देखते हुए हरदोई के जिलाधिकारी ने चार दिनों से चली आ रही भयंकर बारिश को देखते हुए 30 तारीखों को व 31को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया था लेकिन हरदोई में श्री गुरु राम राय और तमाम ऐसे नामी प्राइवेट स्कूल है जिनमें कल भी और आज भी खुले हुए हैं ऐसी भयंकर बारिश में जहां से जीवन अस्त व्यस्त है वही बच्चों की सुरक्षा को DM से लेकर सारे अधिकारी सतर्क है वही प्राइवेट स्कूल मालिक धन उगाही के चलते DM के आदेशों का पालन नहीं कर रहे हैं जिसके चलते बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है ।
वही इस मामले में परिजनों का क्या कहना है ?
बात करने के बाद यह मालूम हुआ कि अगर हम बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे तो अपसेंट होने पर पेनल्टी देनी पड़ेगी इसके चलते बच्चों को भयंकर बारिश में भी भेजना पड़ता है
हरदोई के बावन क्षेत्र में 48 घंटे से भीषण बारिश से गांवों में हाहाकार मचा हुआ है हरदोई व ब्लॉक बाबन के कई गांव में मकानों के ढह जाने की खबर है भारी बारिश के चलते सड़कें कट रही है बाढ़ की तबाही से बचने के लिए ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर रहे है हजारो बीघा धान, मक्का, बाजरा सहित कई फसले नष्ट हो चुकी है इस भयानक तबाही से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है।
बरसात की इस भयंकर तबाही को देखते हुए हरदोई के जिलाधिकारी ने चार दिनों से चली आ रही भयंकर बारिश को देखते हुए 30 तारीखों को व 31को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया था लेकिन हरदोई में श्री गुरु राम राय और तमाम ऐसे नामी प्राइवेट स्कूल है जिनमें कल भी और आज भी खुले हुए हैं ऐसी भयंकर बारिश में जहां से जीवन अस्त व्यस्त है वही बच्चों की सुरक्षा को DM से लेकर सारे अधिकारी सतर्क है वही प्राइवेट स्कूल मालिक धन उगाही के चलते DM के आदेशों का पालन नहीं कर रहे हैं जिसके चलते बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है ।
वही इस मामले में परिजनों का क्या कहना है ?
बात करने के बाद यह मालूम हुआ कि अगर हम बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे तो अपसेंट होने पर पेनल्टी देनी पड़ेगी इसके चलते बच्चों को भयंकर बारिश में भी भेजना पड़ता है
रेपोर्ट : आशीष सिंह हरदोई
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