हमीरपुर : डेढ़ लाख के कर्ज ने ली किसान की जान , सदमे से पत्नी ने भी प्राण त्यागे
18 जुलाई 2018
खबर के अनुसार जिला हमीरपुर के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत चंदपुरवा गांव के निवासी 80 वर्षीय किसान बंसीधर की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई । किसान की मौत के सदमा उसकी 75 वर्षीय पत्नी गल्ही बर्दाश्त नही कर सकी तथा देखते ही देखते वो भी चल बसी कहा जा रहा है कि किसान का परिवार पर बैंक का ढेड़ लाख तथा साहूकारों का लगभग पचास हज़ार रूपए का कर्ज था इस साल फसल अच्छी न होने के कारण परिवार परेशान था कहा जा रहा है कि इसी कर्ज के बोझ ने 2 जिंदगियों को निगल लिया सरकार किसानों की भलाई के लाख दावे करे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है कर्ज में डूबे हुए किसानो की अभी भी जान जा रही है सरकार किसानों को लेकर अक्सर नई नई नीतियां लेकर आती है लेकिन इन नीतियों पर अमल कितना होता है ये देखने वाली बात है । सौ बात की एक बात ये है कि जिस देश में अन्नदाता कर्ज के बोझ में दबा हो उसे हम विकास कैसे कह सकते है । कितने ही किसान आंदोलन की आग में जल गए । सरकार ने किसानों को लेकर बड़े बड़े दावे भी करती रही है लेकिन इस घटना ने सरकार के दावो की पोल खोल कर रख दी है ।
खबर के अनुसार जिला हमीरपुर के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत चंदपुरवा गांव के निवासी 80 वर्षीय किसान बंसीधर की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई । किसान की मौत के सदमा उसकी 75 वर्षीय पत्नी गल्ही बर्दाश्त नही कर सकी तथा देखते ही देखते वो भी चल बसी कहा जा रहा है कि किसान का परिवार पर बैंक का ढेड़ लाख तथा साहूकारों का लगभग पचास हज़ार रूपए का कर्ज था इस साल फसल अच्छी न होने के कारण परिवार परेशान था कहा जा रहा है कि इसी कर्ज के बोझ ने 2 जिंदगियों को निगल लिया सरकार किसानों की भलाई के लाख दावे करे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है कर्ज में डूबे हुए किसानो की अभी भी जान जा रही है सरकार किसानों को लेकर अक्सर नई नई नीतियां लेकर आती है लेकिन इन नीतियों पर अमल कितना होता है ये देखने वाली बात है । सौ बात की एक बात ये है कि जिस देश में अन्नदाता कर्ज के बोझ में दबा हो उसे हम विकास कैसे कह सकते है । कितने ही किसान आंदोलन की आग में जल गए । सरकार ने किसानों को लेकर बड़े बड़े दावे भी करती रही है लेकिन इस घटना ने सरकार के दावो की पोल खोल कर रख दी है ।
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