फर्रुखाबाद : जयन्ती पर याद किये गए उपन्यासकार, कहानीकार सम्राट मुंशी प्रेम चन्द्र
31 जुलाई 2018
फर्रुखाबाद - जनवादी लेखक संघ द्वारा हिंदी साहित्य को एक नया आयाम देने वाले उपन्यासकार, कहानीकार , मुन्शी प्रेम चन्द्र को उनकी जयंती पर एक साहित्यिक विचार गोष्ठी का आयोजन कर याद किया गया आवास कार्यक्रम का आयोजन विकास स्थित क्रेजी डांस एकाडमी में किया गया जिसमें समस्त साहित्य प्रेमियो और साहित्यकारों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पण कर ऊन्हे याद किया ।
फर्रुखाबाद - जनवादी लेखक संघ द्वारा हिंदी साहित्य को एक नया आयाम देने वाले उपन्यासकार, कहानीकार , मुन्शी प्रेम चन्द्र को उनकी जयंती पर एक साहित्यिक विचार गोष्ठी का आयोजन कर याद किया गया आवास कार्यक्रम का आयोजन विकास स्थित क्रेजी डांस एकाडमी में किया गया जिसमें समस्त साहित्य प्रेमियो और साहित्यकारों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पण कर ऊन्हे याद किया ।
मंगलवार को हिंदी साहित्यजगत के उपन्यास सम्राट कहे जाने वाले कहानीकार मुन्शी प्रेम चन्द्र की 138 जयंती को धूमधाम से मनाया गया ।
इसी क्रम में कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिवक्ता जवाहर सिंह गंगवार ने की कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में समन्यवयक डॉक्टर राजकुमार सिंह , रामकृष्ण राजपूत , भारती मिश्रा राहुल रेड गीता भारद्वाज आदि ने कविता पाठ कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम में बोलते हुए डॉक्टर राजकुमार सिंह ने कहा कि मुन्शी प्रेम चन्द्र का साहित्य प्रसांगिक साहित्य रहा है , लेखनी व हिंदी साहित्य में उनके उयोगदान को भुलाया नही जा सकता उनकी कहानियां एव उपन्यास के पात्र सामज में आज भी मौजूद है उनके जीवन से हम सब को प्रेरणा लेनी चाहिये इसी के साथ भारती मिश्रा ने कहा कि मुन्शी प्रेम चन्द को कहानियां झकझोर देने वाली रही है आज भी आज भी उन कहानियों का सत्य वर्तमान में मौजूद है। इसी के साथ डॉक्टर राम कृष्ण राजपूत ने कहा कि प्रेम चन्द्र कर्बला नाटक पर चर्चा की वही लेखक एस एल निर्मोही ने कहा कि प्रेम चन्द्र एक उपन्यासकार सम्राट के रूप में जाने जाते है अंत मे कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अधिवक्ता जवाहर सिंह गंगवार ने मुन्शी प्रेम चन्द्र जी के जीवन जीवन पे संक्षेप में प्रकाश डाला । इस दौरान मोहम्मद रफी मानपाल वर्मा रक्षपाल मुरारी शुक्ला ओमकार सिंह एकाडमी की छात्र छत्राओं सहित 3 दर्जन लोग मौजूद रहे
कार्यक्रम का संचालन जनवादी चिंतक सुनील कटियार ने किया कार्यक्रम के संयोजन दिलीप कश्यप क़लमकार ने किया ।
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