यूपी हरदोई -:खूनी रंजिश का खेल जारी, पुलिस को मिली बडी कामयाबी...
12 जुलाई , 2018
यूपी हरदोई -: पूर्व ब्लांक प्रमुख संजय मिश्रा की हत्या काण्ड में वांछित अपराधी सनी कश्यप ने धनंजय मिश्रा पर चलाई गोली,जान से मारने का किया प्रयास,हमले में बाल बाल बचे पूर्व ब्लांक प्रमुख के भाई,पुलिस मुठभेड में बदमास सनी कश्यप के पैर में लगी गोली जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर,सनी कश्यप पूर्व ब्लांक प्रमुख संजय मिश्रा की हत्या के मामले में वांछित था जिस पर 25 हजार का इनाम भी था जो पुलिस की गोली से घायल हो गया,धनंजय मिश्रा पर दुसरी बार हुआ जान लेवा हमला,दोनो ही बार बाल बाल बचे धनंजय मिश्रा,अभी कुछ माह पूर्व हरदोई से वापस जाते समय हरदोई बिलग्राम मार्ग स्थित गन्ना केंद्र के पास उन पर पीछे से ओवर टेक कर बाइक सवार युवकों ने गोली दागी थी गोली सफारी कार के शीशे को चीर ते हुए पर हो गई थी,हमलावर फरार हो गये थे,सुरसा थाने में दी गई तहरीर में जनपद बदायू निवासी मोहित और भोला को नामजद किया गया था दस साल पहले संजय मिश्रा के पिता की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी हरिशंकर मिश्रा और राजू सिंह भदैचा के परिवार के बीच खूनी रंग मंच की कहानी चल रही है जिससे 2006 में संजय मिश्रा के पिता डाँ.हरिशंकर मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी,हत्या का कारण ब्लाँक प्रमुख चुनाव था हत्या में आरोपी राजू सिंह भदैचा को बनाया गया था,बताया गया था कि ब्लाँक प्रमुख चुनाव से पूर्व बीडीसी पद पर हरिशंकर मिश्रा की पत्नी ओमवती ,राजू सिंह भदैचा की पत्नी शकुंतला चुनाव जीत चुकी थी दोनों ही प्रमुख पद की दावेदार थी,हरिशंकर मिश्रा की मौत के बाद उनकी पत्नी व संजय मिश्रा की माँ ओमवती को प्रमुख चुनाव में चुना गया था,इसके ठीक एक साल बाद राजू सिंह भदैचा के भाई गणेश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई गणेश का शव लखीमपुर में मिला था,गणेश की मौत को लेकर संजय मिश्रा सहित कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था,इसके बाद ही दोनों पक्षों के बीच में दुश्मनी का रंग मंच बन गया,
नवंबर 2013 में डाँ.हरिशंकर मिश्रा की हत्या का फैसला आया जिसमें राजू सिंह भदैचा व एक अन्य को साक्ष्यों के अभाव में कोर्ट ने बरी कर दिया,वही राधेश्याम व कुछ अन्य लोगों को सजा सुनाई गई
कैसे हुई थी संजय मिश्रा के पिता की हत्या
हरिशंकर मिश्रा की उस समय गोली मार हत्या कर दी गई थी जब वो चुंगी स्थित अपने निवास से निकल कर गाडी में बैठ रहे थे,उसी समय शूटरों ने बाइक से आकर बिल्कुल नजदीक से गोली मार दी थी,हत्या 315 बोर के तमंचे से की गई हरिशंकर मिश्रा को दो गोली लगी थी पहली गोली पीछे से मारी गई थी जो फेफड़ों में फंस गई थी जबकि सामने से मारी गई गोली बाई तरफ से सीने में मारी गई थी जो दूसरी तरफ पीठ से निकल गई थी उसके बाद 2016 में सुरसा के पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय मिश्रा की उन्हीं के डिग्री कॉलेज के ग्राउंड में शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी संजय मिश्रा की हत्या कांड में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मामले की पड़ताल कर रही थी इस दौरान अखिलेश उर्फ आकाश निवासी बदायूं नवीन मिश्रा निवासी शाहजहांपुर मोहित उर्फ मनोज सिंह निवासी बदायूं भोलाराम उर्फ सनी कश्यप निवासी बदायूं की संलिप्तता पाई गई थी 9 जनवरी को हत्या की सुपारी की शेष रकम लेने के लिए आरोपित गीता धर्म कांटा के पास आए थे यहां पर पुलिस ने सर्विलांस और क्राइम ब्रांच के मुखबिर की सूचना पर अखिलेश नवीन कन्हैया को गिरफ्तार कर लिया था 1 साल तक चला हत्या का प्लान पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया था कि 2015 में जिला कारागार बरेली में बंद था जहां पर राजू सिंह भदैचा निवासी भदैचा शहर कोतवाली हरदोई भी बंद था बरेली जेल में ही राजू सिंह बदैचा हत्यारों की जान पहचान हुई थी,वही राजू सिंह भदैचा ने अखिलेश को बीस लाख रूपये में संजय मिश्रा की हत्या कराने की सुपारी दी थी अखिलेश होली के दो माह बाद जेल से रिहा हो गया था,तभी वह अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या करने का मौका तलाश रहा था,26 दिसंबर को सभी बाइक से हरदोई आकर रेलवे गंज स्थित एक होटल में फर्जी आईडी देकर ठहरे थे,अगले दिन लगातार मलिहामऊ डिग्री कालेज के आस पास नजर रखते रहे लेकिन मौका नही मिला 28 तारीख को मौका मिलते ही उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर पूर्व ब्लाक प्रमुख की हत्या कर दी थी।
रिपोर्ट : शोभित सिंह (ब्यूरो चीफ, हरदोई)
यूपी हरदोई -: पूर्व ब्लांक प्रमुख संजय मिश्रा की हत्या काण्ड में वांछित अपराधी सनी कश्यप ने धनंजय मिश्रा पर चलाई गोली,जान से मारने का किया प्रयास,हमले में बाल बाल बचे पूर्व ब्लांक प्रमुख के भाई,पुलिस मुठभेड में बदमास सनी कश्यप के पैर में लगी गोली जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर,सनी कश्यप पूर्व ब्लांक प्रमुख संजय मिश्रा की हत्या के मामले में वांछित था जिस पर 25 हजार का इनाम भी था जो पुलिस की गोली से घायल हो गया,धनंजय मिश्रा पर दुसरी बार हुआ जान लेवा हमला,दोनो ही बार बाल बाल बचे धनंजय मिश्रा,अभी कुछ माह पूर्व हरदोई से वापस जाते समय हरदोई बिलग्राम मार्ग स्थित गन्ना केंद्र के पास उन पर पीछे से ओवर टेक कर बाइक सवार युवकों ने गोली दागी थी गोली सफारी कार के शीशे को चीर ते हुए पर हो गई थी,हमलावर फरार हो गये थे,सुरसा थाने में दी गई तहरीर में जनपद बदायू निवासी मोहित और भोला को नामजद किया गया था दस साल पहले संजय मिश्रा के पिता की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी हरिशंकर मिश्रा और राजू सिंह भदैचा के परिवार के बीच खूनी रंग मंच की कहानी चल रही है जिससे 2006 में संजय मिश्रा के पिता डाँ.हरिशंकर मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी,हत्या का कारण ब्लाँक प्रमुख चुनाव था हत्या में आरोपी राजू सिंह भदैचा को बनाया गया था,बताया गया था कि ब्लाँक प्रमुख चुनाव से पूर्व बीडीसी पद पर हरिशंकर मिश्रा की पत्नी ओमवती ,राजू सिंह भदैचा की पत्नी शकुंतला चुनाव जीत चुकी थी दोनों ही प्रमुख पद की दावेदार थी,हरिशंकर मिश्रा की मौत के बाद उनकी पत्नी व संजय मिश्रा की माँ ओमवती को प्रमुख चुनाव में चुना गया था,इसके ठीक एक साल बाद राजू सिंह भदैचा के भाई गणेश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई गणेश का शव लखीमपुर में मिला था,गणेश की मौत को लेकर संजय मिश्रा सहित कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था,इसके बाद ही दोनों पक्षों के बीच में दुश्मनी का रंग मंच बन गया,
नवंबर 2013 में डाँ.हरिशंकर मिश्रा की हत्या का फैसला आया जिसमें राजू सिंह भदैचा व एक अन्य को साक्ष्यों के अभाव में कोर्ट ने बरी कर दिया,वही राधेश्याम व कुछ अन्य लोगों को सजा सुनाई गई
कैसे हुई थी संजय मिश्रा के पिता की हत्या
हरिशंकर मिश्रा की उस समय गोली मार हत्या कर दी गई थी जब वो चुंगी स्थित अपने निवास से निकल कर गाडी में बैठ रहे थे,उसी समय शूटरों ने बाइक से आकर बिल्कुल नजदीक से गोली मार दी थी,हत्या 315 बोर के तमंचे से की गई हरिशंकर मिश्रा को दो गोली लगी थी पहली गोली पीछे से मारी गई थी जो फेफड़ों में फंस गई थी जबकि सामने से मारी गई गोली बाई तरफ से सीने में मारी गई थी जो दूसरी तरफ पीठ से निकल गई थी उसके बाद 2016 में सुरसा के पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय मिश्रा की उन्हीं के डिग्री कॉलेज के ग्राउंड में शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी संजय मिश्रा की हत्या कांड में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मामले की पड़ताल कर रही थी इस दौरान अखिलेश उर्फ आकाश निवासी बदायूं नवीन मिश्रा निवासी शाहजहांपुर मोहित उर्फ मनोज सिंह निवासी बदायूं भोलाराम उर्फ सनी कश्यप निवासी बदायूं की संलिप्तता पाई गई थी 9 जनवरी को हत्या की सुपारी की शेष रकम लेने के लिए आरोपित गीता धर्म कांटा के पास आए थे यहां पर पुलिस ने सर्विलांस और क्राइम ब्रांच के मुखबिर की सूचना पर अखिलेश नवीन कन्हैया को गिरफ्तार कर लिया था 1 साल तक चला हत्या का प्लान पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया था कि 2015 में जिला कारागार बरेली में बंद था जहां पर राजू सिंह भदैचा निवासी भदैचा शहर कोतवाली हरदोई भी बंद था बरेली जेल में ही राजू सिंह बदैचा हत्यारों की जान पहचान हुई थी,वही राजू सिंह भदैचा ने अखिलेश को बीस लाख रूपये में संजय मिश्रा की हत्या कराने की सुपारी दी थी अखिलेश होली के दो माह बाद जेल से रिहा हो गया था,तभी वह अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या करने का मौका तलाश रहा था,26 दिसंबर को सभी बाइक से हरदोई आकर रेलवे गंज स्थित एक होटल में फर्जी आईडी देकर ठहरे थे,अगले दिन लगातार मलिहामऊ डिग्री कालेज के आस पास नजर रखते रहे लेकिन मौका नही मिला 28 तारीख को मौका मिलते ही उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर पूर्व ब्लाक प्रमुख की हत्या कर दी थी।
रिपोर्ट : शोभित सिंह (ब्यूरो चीफ, हरदोई)
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