राष्ट्रपति ने आर एस एस समेत चार को राज्यसभा के लिए किया नामित -सूत्र
14 जुलाई ,2018
नई दिल्ली - : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राकेश सिन्हा, सोनल मानसिंह, रघुनाथ महापात्र और राम सकल सिंह को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। सूत्रों ने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए और प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने इन चार लोगों को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है।
उत्तर प्रदेश के राम सकल सिंह ने दलित समुदाय के कल्याण एवं बेहतरी के लिए काम किया है। एक किसान नेता के रूप में उन्होंने किसानों, श्रमिकों के कल्याण के लिए काम किया। वे तीन बार सांसद रहे और उत्तरप्रदेश के राबर्ट्सगंज का प्रतिनिधित्व किया था।
राकेश सिन्हा दिल्ली स्थित विचार समूह इंडिया पॉलिसी फाउंडेशन के संस्थापक और मानद निदेशक हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से सबद्ध मोतीलाल नेहरू कॉलेज में प्रोफेसर और भारतीय सामाजिक विज्ञान शोध संस्थान के सदस्य हैं। वे नियमित रूप से समाचारपत्रों में आलेख लिखते हैं।
रघुनाथ महापात्र का पारंपरिक स्थापत्य और धरोहरों के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वह पत्थरों की मूर्तियों को गढ़ने के लिए जाने जाते हैं और 1959 से यह कार्य कर रहे हैं। उन्होंने श्री जगन्नाथ मंदिर, पुरी के सौदर्यीकरण कार्य में हिस्सा लिया। महापात्र के प्रसिद्ध कार्यों में छह फुट लंबे भगवान सूर्य की संसद के सेंट्रल हाल में स्थित प्रतिमा और पेरिस में बुद्ध मंदिर में लकड़ी से बने बुद्ध हैं। उन्होंने अब तक 2000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया है।
सोनल मान सिंह प्रसिद्ध भरतनाट्यम और ओडिसी नृत्यांगना है और दशकों से इस क्षेत्र में योगदान दिया है। वह प्रतिष्ठित नृत्य निर्देशिका, शिक्षिका, सुवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। मानसिंह ने 1977 में दिल्ली में भारतीय शास्त्रीय नृत्य कला केंद्र की स्थापना की थी।
संवैधानिक प्रावधान
संविधान के अनुच्छेद 80राष्ट्रपति संसद के उच्च सदन राज्य सभा में साहित्य, कला, विज्ञान और सामाजिक क्षेत्र मे उत्कृष्ट काम करने वाले को 12 सदस्य नामित करने का अधिकार है
सचिन और रेखा की जगह नियुक्ति
कुल 12 सदस्यों मे 3 अप्रैल 2018 और एक सदस्य जून 2018 को सेवानिवृत्ति हुए थे जिससे खाली हुई सीटों पर नियुक्ति की है ये सीटें क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, अभिनेत्री उद्योगपति अनु आगा और कानूनविद् के प्रसारण का कार्यकाल समाप्त होने के बाद पद खाली हुई थी |
Comments
Post a Comment