सुभाष चंद कश्यप ने शौचालय टैंक के बीच में दिया धरना , स्वच्छता मिशन पर उठाये सवाल
15 सितंबर 2018
बड़ौत : मुकिम्पुरा थाना बिनौली ब्लॉक बिजौली तहसील बड़ौत जनपद बागपत उत्तर प्रदेश
समाज सेवी सुभाष चंद कशयप समाज सेवी पूर्व सैनिक गांव मोतीपुरा थाना बिनौली ब्लॉक बिनौली जनपद बागपत में आज 15 सितंबर 2018 को स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश के प्रधानमंत्री मोदी जी की अपील पर पूरे गांव मोकमपुरा में स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया
जिसमें गांव वासियों ने बताया कि स्वच्छ भारत कैसा स्वच्छ भारत पूरे गांव में जो शौचालय बने उनमें सीट नहीं छत नहीं लैट्रिन टैंक नहीं पाइप नहीं
कैसा स्वच्छ भारत माताएं बहने आज भी खेतों में शौचालय के लिए जाने को मजबूर है पीने का पानी नहीं पानी खत्म हो चुका है सरकारी नल बंद हो चुके हैं
सबमर्सिबल पंप सें भी पानी नहीं है लिहाजा खेतो से पानी लाने को मजबूर है
रास्ते नहीं गलियां नहीं खड़ंजे नहीं सारे खड़ंजे बेकार कीचड़ कीचड़ हो रखे हैं किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं तालाबों की निकासी नहीं फिर कैसा स्वच्छ भारत अभियान
गांव में बिना पैसा लिये गैस सिलेंडर कोई लाने को तैयार नही
इसी समस्या को लेकर सुभाष कश्यप ने ग्रामीणों ने शौचालय के ऊपर धरना दिया शौचालय की स्थिति
6 महीने पहले शौचालय बन के तैयार पास हो चुका किस अधिकारी ने पास किया किस स्थिति में पास किया ना छत है ना शौचालय बैठने के लिए सीट है ना निकासी के लिए पाइप है और लैट्रिन टैंक भी धड़के नहीं है
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में एक रुपए में जो पैसे में सिर्फ 5 पैसे ही पहुंचते हैं कम से कम कांग्रेस के टाइम में राजीव गांधी के टाइम में जो पैसे में से 15 पैसे गांव में पहुंचता था लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री 18 घंटे देश के लिए काम करते हैं
18 घंटे देश के प्रधानमंत्री मोदी जी देश के लिए सोचते हैं गरीबों के लिए सोचते हैं ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह कैसी सोच है सिलेंडर आते हैं गैस के लिए वह भी पैसे में मिलते हैं शौचालय आते हैं वह भी पैसे आधे वापस करने पड़ते हैं और वह भी शौचालय पूरे नहीं होते शौचालय बनते भी है तो उसमें सीट नहीं पाइप नहीं टैंक लैट्रिन टैंक नहीं और लैट्रिन टैंक है तो ढका नहीं कहां तक सफाई करेगी देश की जनता देश के प्रधानमंत्री 18 घंटे काम करते हैं और गांव के प्रधान 18 सेकंड में योजनाओं को मोदी जी की पलीता लगा देते हैं बर्बाद कर देते हैं कैसे जांच अधिकारी कौन सी जांच किसकी जांच 6 महीने पहले शौचालय बने और 90% शौचालय काम नहीं करते आप लखीमपुर गांव की ही बात नहीं बता रहा हूं पूरे के पूरे बागपत जनपद की बागपत लोकसभा की पूरे उत्तर प्रदेश की यही हालत है
आखिर में सभी गांव वालों ने जितना संभव हो सकता था 15 सितंबर 2018 को मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान में हिस्सा लिया कई संस्थाओं ने हिस्सा लिया श्री राम बाजपेई स्काउट गाइड एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने हिस्सा लिया और जितना संभव हो सकता था आज सफाई की गांव की सफाई की लेकिन आरोप फिर भी आखिर में यही रहा कि जब पानी की निकासी नहीं होगी किस चीज की सफाई करें कैसे सफाई करें आज मोदी जी मकनपुर गांव की तरफ भी ध्यान दीजिए (सुभाष चंद्र कशयप )
बड़ौत : मुकिम्पुरा थाना बिनौली ब्लॉक बिजौली तहसील बड़ौत जनपद बागपत उत्तर प्रदेश
समाज सेवी सुभाष चंद कशयप समाज सेवी पूर्व सैनिक गांव मोतीपुरा थाना बिनौली ब्लॉक बिनौली जनपद बागपत में आज 15 सितंबर 2018 को स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश के प्रधानमंत्री मोदी जी की अपील पर पूरे गांव मोकमपुरा में स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया
जिसमें गांव वासियों ने बताया कि स्वच्छ भारत कैसा स्वच्छ भारत पूरे गांव में जो शौचालय बने उनमें सीट नहीं छत नहीं लैट्रिन टैंक नहीं पाइप नहीं
कैसा स्वच्छ भारत माताएं बहने आज भी खेतों में शौचालय के लिए जाने को मजबूर है पीने का पानी नहीं पानी खत्म हो चुका है सरकारी नल बंद हो चुके हैं
सबमर्सिबल पंप सें भी पानी नहीं है लिहाजा खेतो से पानी लाने को मजबूर है
रास्ते नहीं गलियां नहीं खड़ंजे नहीं सारे खड़ंजे बेकार कीचड़ कीचड़ हो रखे हैं किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं तालाबों की निकासी नहीं फिर कैसा स्वच्छ भारत अभियान
गांव में बिना पैसा लिये गैस सिलेंडर कोई लाने को तैयार नही
इसी समस्या को लेकर सुभाष कश्यप ने ग्रामीणों ने शौचालय के ऊपर धरना दिया शौचालय की स्थिति
6 महीने पहले शौचालय बन के तैयार पास हो चुका किस अधिकारी ने पास किया किस स्थिति में पास किया ना छत है ना शौचालय बैठने के लिए सीट है ना निकासी के लिए पाइप है और लैट्रिन टैंक भी धड़के नहीं है
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में एक रुपए में जो पैसे में सिर्फ 5 पैसे ही पहुंचते हैं कम से कम कांग्रेस के टाइम में राजीव गांधी के टाइम में जो पैसे में से 15 पैसे गांव में पहुंचता था लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री 18 घंटे देश के लिए काम करते हैं
18 घंटे देश के प्रधानमंत्री मोदी जी देश के लिए सोचते हैं गरीबों के लिए सोचते हैं ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह कैसी सोच है सिलेंडर आते हैं गैस के लिए वह भी पैसे में मिलते हैं शौचालय आते हैं वह भी पैसे आधे वापस करने पड़ते हैं और वह भी शौचालय पूरे नहीं होते शौचालय बनते भी है तो उसमें सीट नहीं पाइप नहीं टैंक लैट्रिन टैंक नहीं और लैट्रिन टैंक है तो ढका नहीं कहां तक सफाई करेगी देश की जनता देश के प्रधानमंत्री 18 घंटे काम करते हैं और गांव के प्रधान 18 सेकंड में योजनाओं को मोदी जी की पलीता लगा देते हैं बर्बाद कर देते हैं कैसे जांच अधिकारी कौन सी जांच किसकी जांच 6 महीने पहले शौचालय बने और 90% शौचालय काम नहीं करते आप लखीमपुर गांव की ही बात नहीं बता रहा हूं पूरे के पूरे बागपत जनपद की बागपत लोकसभा की पूरे उत्तर प्रदेश की यही हालत है
आखिर में सभी गांव वालों ने जितना संभव हो सकता था 15 सितंबर 2018 को मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान में हिस्सा लिया कई संस्थाओं ने हिस्सा लिया श्री राम बाजपेई स्काउट गाइड एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने हिस्सा लिया और जितना संभव हो सकता था आज सफाई की गांव की सफाई की लेकिन आरोप फिर भी आखिर में यही रहा कि जब पानी की निकासी नहीं होगी किस चीज की सफाई करें कैसे सफाई करें आज मोदी जी मकनपुर गांव की तरफ भी ध्यान दीजिए (सुभाष चंद्र कशयप )
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