मुरादाबाद शिवसेना प्रमुख डॉ0 रामेश्वरदयाल तुरैहा को सुरक्षा देने से पुलिस का इनकार, पत्र द्वारा दी गई थी गोली मार देने की धमकी
12 अक्टूबर 2018
मुरादाबाद शिवसेनाध्यक्ष डा0 रामेश्वर दयाल तुरैहा के द्वारा बार-बार सुरक्षा की मांग करने पर भी मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिसअधीक्षक ने उन्हें सुरक्षा देने से इनकार कर दिया है सवाल ये कि आखिर क्यों किया गया ऐसा जबकि रामेश्वरदयाल तुरैहा पर एक बार जानलेवा हमला हो चुका है तथा कई बार उन्हें धमकी भरे पत्र प्राप्त हुए है जिसमे उन्हें जान से मार देने की स्पष्ट धमकी दी गई है
आपको बता दें कि डा0 रामेश्वरदयाल तुरैहा आरटीआई एक्टिविस्ट के साथ समाज सेवी भी है तथा मुरादाबाद प्रशाशन में फैले भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे है उनके कई प्रबल विरोधी मुरादाबाद में है जिनसे कभी भी उनको जान का खतरा हो सकता है लेकिन पुलिस का इस प्रकार सुरक्षा देने से इनकार करना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है
- क्या मुरादाबाद पुलिस प्रशाशन किसी अनहोनी की प्रतीक्षा कर रहा है ?
- अगर डॉ0 रामेश्वर दयाल तुरैहा के साथ कोई अनहोनी हो जाये तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ?
- आखिर सुरक्षा न देने की वजह क्या है ?
- क्या पुलिस किसी दवाब में कार्य कर रही है ?
ये सभी सवाल उठना लाजमी है जबकि किसी ने सुरक्षा की मांग की हो और पुलिस उसे सुरक्षा देने से इनकार कर दे ।
जबकि पहले भी कई आरटीआई एक्टिविस्ट पर जानलेवा हमले हो चुके है तथा उनकी हत्या भी हो चुकी है यही नही सरकार भी आरटीआई एक्टिविस्ट को विशेष तौर पर सुरक्षा देने की बात कहती रही है लेकिन ये कैसी सुरक्षा है ?
जहाँ सुरक्षा मांगने पर भी सुरक्षा न दी जाये जबकि प्रर्थी स्पष्ट कर चुका है कि उसकी जान को खतरा है लेकिन मुरादाबाद पुलिस प्रशाशन इस बात की अनदेखी करते हुए सुरक्षा देने से इनकार कर रहा है ।।
मुरादाबाद शिवसेनाध्यक्ष डा0 रामेश्वर दयाल तुरैहा के द्वारा बार-बार सुरक्षा की मांग करने पर भी मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिसअधीक्षक ने उन्हें सुरक्षा देने से इनकार कर दिया है सवाल ये कि आखिर क्यों किया गया ऐसा जबकि रामेश्वरदयाल तुरैहा पर एक बार जानलेवा हमला हो चुका है तथा कई बार उन्हें धमकी भरे पत्र प्राप्त हुए है जिसमे उन्हें जान से मार देने की स्पष्ट धमकी दी गई है
आपको बता दें कि डा0 रामेश्वरदयाल तुरैहा आरटीआई एक्टिविस्ट के साथ समाज सेवी भी है तथा मुरादाबाद प्रशाशन में फैले भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे है उनके कई प्रबल विरोधी मुरादाबाद में है जिनसे कभी भी उनको जान का खतरा हो सकता है लेकिन पुलिस का इस प्रकार सुरक्षा देने से इनकार करना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है
- क्या मुरादाबाद पुलिस प्रशाशन किसी अनहोनी की प्रतीक्षा कर रहा है ?
- अगर डॉ0 रामेश्वर दयाल तुरैहा के साथ कोई अनहोनी हो जाये तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ?
- आखिर सुरक्षा न देने की वजह क्या है ?
- क्या पुलिस किसी दवाब में कार्य कर रही है ?
ये सभी सवाल उठना लाजमी है जबकि किसी ने सुरक्षा की मांग की हो और पुलिस उसे सुरक्षा देने से इनकार कर दे ।
जबकि पहले भी कई आरटीआई एक्टिविस्ट पर जानलेवा हमले हो चुके है तथा उनकी हत्या भी हो चुकी है यही नही सरकार भी आरटीआई एक्टिविस्ट को विशेष तौर पर सुरक्षा देने की बात कहती रही है लेकिन ये कैसी सुरक्षा है ?
जहाँ सुरक्षा मांगने पर भी सुरक्षा न दी जाये जबकि प्रर्थी स्पष्ट कर चुका है कि उसकी जान को खतरा है लेकिन मुरादाबाद पुलिस प्रशाशन इस बात की अनदेखी करते हुए सुरक्षा देने से इनकार कर रहा है ।।
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