हरदोई : लापरवाही, अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड मे नाम दर्ज कराने से पहले सुप्रिया की मौत...
हरदोई (ब्यूरो) |शायद ही किसी को विश्वास होगा कि एक बेनामी संस्था के व्यक्ति के कहने पर जिला प्रशासन पूरी ताकत के साथ गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने के चक्कर में एक मासूम बच्ची जान गवॉ बैठी |
आपको बताते चले कि अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 11000 छात्राओं को लेकर कडी और चिडचिडाती धूप में तीन घण्टे से ज्यादा छात्राओं को भूखा प्यासा रखा जाये तो आप खुद अंदाजा लगा सकते है |
प्रगतिनगर निवासी सुप्रिया शर्मा पुत्री नरेश चंद्र शर्मा ,आर्य कन्या पाठशाला इंटर कालेज पिहानी चुंगी की कक्षा 09 की छात्रा जिसे कडी धूप में जीआईसी मैदान मे स्कूल प्रशासन की ओर से भेजी गई थी जहॉ 'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ' नारों के साथ जीआईसी मैदान तो नारे से गूंज उठा लेकिन इस बेटी के इस दुनिया छोडने से प्रशासन की बदइंतजामी पर सवालिया निशान जरूर खड़ा करती है |
सुप्रिया के पिता नरेश का कहना है कि प्रशासन को इतना इंतजाम करने के बाबजूद उपस्थिति छात्राओं को नाश्ता तक नही कराया |नरेश बताते है कि छात्रा सुप्रिया की तबियत बिगडने पर उसे अस्पताल मे भर्ती कराया जहॉ बेटी सुप्रिया ने दम तोड दिया |
हालाकि प्रशासन ने नगर पालिका की तरफ से एक पानी की टंकी तो भिजवा दी लेकिन ऩवरात्रि के चलते कुछ छात्रायें उस पानी को नहीं पी सकती थी उनके लिये एक-एक बोतल और नाश्ते का उचित इंतजाम करना चाहिये था | लेकिन इस अवसर पर वहा पर मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों को मैदान के किनारों पर लगे वृक्षों की छाया का मजा लेते देखा गया |
डॉ पिल्लई चार बार गिनीज बुक में नाम दर्ज करा चुके है लेकिन यूरेशिया वर्ल्ड रिकार्ड जैसे रिकार्ड के बारे में पता भी नही है ऐसा बताया जा रहा है |
सबसे बडा सवाल यह है कि यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड मे नाम दर्ज कराने का अधिकार डॉ जगदीश पिल्लई को दिया किसने ? यह भी सभी के संज्ञान में लाना चाहिये |
सूत्रों के मुताबिक जिलाधिकारी से पिल्लई मिले और कहा कि जनपद की सभी छात्राओं को एक साथ इकट्ठा कर "बेटी बचाओ-बेटी पढाओ" के स्लोगन लगवाने से विश्व रिकॉर्ड बन जायेगा |पिल्लई की अलख जगते ही प्रशासन भी जाग उठा और प्रशासन ने फरमान जारी कर दिये |प्रशासन ने सभी विद्यालयों केे प्रधानाचार्यों /प्रबंधको को निर्देश दिये गये कि सुबह नौ बजे जीआईसीमैदान में उपस्थिति दर्ज कराये कई स्कूलों की परीक्षा को रद्द करते हुए छात्राओं की उपस्थिति दर्ज करायी |
इस घटना से सोशल मीडिया पर लोगो मे रोष व्याप्त है और तरह-तरह की प्रशासन पर टिप्पणी कर रहे है और इस बच्ची की मौत की जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करवाने की मॉग कर रहे है |
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