मैनपुरी- संजीव कश्यप हत्याकांड की 22/03/2018 की वो घटना जिसने कश्यप समाज को हिला कर रख दिया
22 मार्च 2018
मैनपुरी :- आज ही के दिन 22 मार्च 2018 को रात लगभग 09:30 पर संजीव कश्यप की गोली मार कर निर्मम हत्या कर दी गई थी इस दर्दनाक घटना को पूरा एक वर्ष बीत जाने के बाद भी संजीव कश्यप की विधवा पत्नी का मांग पत्र जस का तस बना हुआ है । मिला तो केवल और केवल आश्वाशन । दुख इस बात का है कि क्या भविष्य होगा उनकी मासूम बच्चियों का जिनको रोता बिलखता छोड़ के उनके पिता चले गए । संजीव कश्यप हत्याकांड की निष्पक्ष जांच के लिए परिवार द्वारा सीबीआई जांच की मांग की गई पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की गई लेकिन कोई सुनवाई नही हुई आदेश कुमार कश्यप, रामेश्वर दयाल तुरैहा , अनिल कश्यप जैसे समाज के दिग्गज नेताओं के साथ-साथ कश्यप समाज के कुछ अन्य नेताओं ने इस हत्याकांड के विरुद्ध इंसाफ की मांग को लेकर आवाज भी उठाई लेकिन कोई सुनवाई नही हुई क्यों कि समाज के कुछ सत्ता पक्ष से जुड़े बड़े नेताओं ने चुप्पी साधना ही उचित समझा आज वही सत्ता की चाह रखने वाले व चुप्पी साधने वाले नेता कश्यप समाज से आस लगाए बैठे है । लखनऊ के विवेक तिवारी हत्याकांड में तुरंत पीड़ित परिवार को मुआवजा व सरकारी नौकरी दे दी जाती है वहीं दूसरी तरफ संजीव कश्यप का परिवार इंसाफ की मांग को लेकर दर दर भटकता रहा । कश्यप समाज के लोग इसी दोहरी नीति से आहत दिखाई दिए अब देखना ये है कि कश्यप समाज किस पर भरोसा करेगा । उन चुप्पी साधने वाले नेताओं पर या इंसाफ के लिए आवाज़ उठाने वाले नेताओं पर ।
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