विद्युत विभाग की लापरवाही दे रही किसी बडे हादसे को दावत, आखिर कब सुधरेगी व्यवस्था ? pressindia24
02 मार्च, 2019
हरदोई, प्रेस इंडिया २४ |
जनपद का विद्युत विभाग कितना सजग है इस तस्वीर से साफ जाहिर होता है. मामूली-सी हवा चलने पर ये तार अपना संतुलन खो देते है और खम्भों की बजाय जमीन पर आ जाते है जिससे कभी भी किसी समय पशु, बच्चे हादसे का शिकार हो सकते है आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा?
आपको बताते चलें कि वि0खण्ड बावन के ऐजा के एेसे ही हालात है, ऐसा नहीं है ऐजा गॉव आम गॉव की तरह हो. बता दे कि हम जिस गॉव की बात कर रहे है उसी गॉव में विद्युत उपकेंद्र भी बना है फिर भी लापरवाह अधिकारी कानों में तेल डालकर बैठे है.कई बार ग्रामीणों ने जिम्मेदार जेईई से गुहार भी लगाई लेकिन जेईई साहब ने अनसुना कर दिया.
आपको बता दें कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा अपने ट्वीटर अकाउंट पर हर समय सक्रिय रहते है उनका सख्त निर्देश हैं कि किसी भी प्रकार की समस्या 24 घण्टे मे हल की जाये लेकिन साहब यहां तो 24 महीने बीत गये किसी भी अधिकारी के कान पर जूं तक नही रेंगी और अधिकारियों को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिये है लेकिन अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को पराया समझकर मुकर जाते है.
गॉव को विद्युतीकरण लगभग 25 वर्ष हो चुके है जिससे जगह-जगह जोड पड़े तार खम्भों से बधे हुए है मामूली सी हवा के चलने पर तार हर-बार टूट जाते है जिससे कोई बडा हादसा हो सकता है.
रिपोर्टर : संतोष कुमार
हरदोई, प्रेस इंडिया २४ |
जनपद का विद्युत विभाग कितना सजग है इस तस्वीर से साफ जाहिर होता है. मामूली-सी हवा चलने पर ये तार अपना संतुलन खो देते है और खम्भों की बजाय जमीन पर आ जाते है जिससे कभी भी किसी समय पशु, बच्चे हादसे का शिकार हो सकते है आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा?
आपको बताते चलें कि वि0खण्ड बावन के ऐजा के एेसे ही हालात है, ऐसा नहीं है ऐजा गॉव आम गॉव की तरह हो. बता दे कि हम जिस गॉव की बात कर रहे है उसी गॉव में विद्युत उपकेंद्र भी बना है फिर भी लापरवाह अधिकारी कानों में तेल डालकर बैठे है.कई बार ग्रामीणों ने जिम्मेदार जेईई से गुहार भी लगाई लेकिन जेईई साहब ने अनसुना कर दिया.
आपको बता दें कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा अपने ट्वीटर अकाउंट पर हर समय सक्रिय रहते है उनका सख्त निर्देश हैं कि किसी भी प्रकार की समस्या 24 घण्टे मे हल की जाये लेकिन साहब यहां तो 24 महीने बीत गये किसी भी अधिकारी के कान पर जूं तक नही रेंगी और अधिकारियों को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिये है लेकिन अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को पराया समझकर मुकर जाते है.
गॉव को विद्युतीकरण लगभग 25 वर्ष हो चुके है जिससे जगह-जगह जोड पड़े तार खम्भों से बधे हुए है मामूली सी हवा के चलने पर तार हर-बार टूट जाते है जिससे कोई बडा हादसा हो सकता है.
रिपोर्टर : संतोष कुमार
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