आर्मी के जवान की जमीन पर दबंगो ने किया कब्ज़ा , कई शिकायतों के बाद भी दबंगो पर नही हुई कोई कार्यवाही , जवान बोला हालात ऐसे ही रहे तो बनना पड़ेगा पान सिंह
12 अगस्त 2019
मुरैना मप्र0 - आर्मी के जवान धर्मसिंह तोमर की जमीन पर दबंगो ने किया कब्ज़ा जवान बोला ऐसे ही रहे हालात तो बनना पड़ेगा पानसिंह
मध्यप्रदेश के पोरसा थाना क्षेत्र के कोथर कलां के मजरा बमुरका पुरा निवासी आर्मी के जवान ने गांव में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से परेशान होकर राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन का दरवाजा खटखटाया लेकिन वहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी प्रशासन द्वारा पीड़ित की मदद न मिलने के कारण जवान व उसका परिवार पूरी तरह से टूट चुका है जवान का कहना है कि अब मुझे कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है सोचा था की अपने पूर्वजों के पद चिन्हों पर चलकर अपने गांव समाज में अच्छे काम करूंगा कुछ बेसहारा लोगों का सहारा बनूंगा पर्यावरण प्रकृति को बचा लूंगा गौ माता की रक्षा करूंगा कुछ ऐसा करूंगा जिससे कि हमारी नदियां पुनर्जीवित हो जाए मैं इन सारे संकल्पों को लेकर चल रहा था इसके लिये दिन रात मेंंहनत की लेकिन उसके बावजूूद हालात यह है की हमारी जमीन को ही हमें नहीं जोतने दिया जा रहा है ।
पीड़ित जवान ने बताया कि जुलाई 2018 में मैं जम्मू-कश्मीर के लाल चौक पर पोस्टेड था वहां पर रहते हुए हमने अपनी समस्या को माननीय कलेक्टर महोदय भरत यादव जी को बताया भरत यादव जी ने तुरंत ही एक्शन लिया और 23 जुलाई 2018 को माननीय तहसीलदार महोदय भूपेंद्र किलासिया नायब तहसीलदार ओपी श्रीवास्तव आरआई रजाक खान पटबारी रमन प्रताप पटवारी उदय भान की टीम द्वारा निष्पक्ष सीमांकन किया गया और जहां पर हमारी जमीन थी वहीं पर हमारी जमीन निकली लगभग 3 बीघा जमीन हमारी आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने दबा रखी थी वह भी निकल आई चिन्हीत स्थानो पर पत्थर गढ़वा दिए गए लेकिन गाँव के ही कुुुछ दबंगों ने ट्रैक्टर वालों को व मजदूरों को रोक दिया जिसके कारण हमारी जमीन जुलाई 2018 में बंजर रह गई 17 जून 2018 में चिन्ह के लिए गड़ाये गये पत्थरो को उखाड़ कर गायब कर दिया गया जमीन के निशान न मिट जाए इस लिये जब इसके बारे में विरोध किया तो दबंग मेरे परिवार को जान से मारने की धमकियां और लाठी बंदूक लेकर लड़ने के लिए आ गए घर पर कोई ना रहने के कारण यह लोग हमेशा गाय भैंसों की चोरी पेड़ पौधों को काटना फसल की चोरी दरवाजे से बर्तनों को उठाना इन सब चीजों द्वारा हमें हमेशा परेशान करते आए और आप जमीन को हड़पने की नीयत से परेशान कर रहा है जुलाई 2019 में मजबूरी में मैंने एक ट्रैक्टर खरीदा छोटे भाई को प्राइवेट नौकरी छुड़वा कर घर पर बुलाया जमीन को जोतना शुरू किया तो इन लोगों ने पुलिस के द्वारा जमीन जोतने से रुकवा दिया लेकिन फिर मैंने एसडीएम महोदय से मिलकर जमीन को जुतवा दिया लेकिन राजस्व विभाग की वरिष्ठ अधिकारी सीमांकन के समय उपस्थित नहीं रहती जिससे आरआई व पटवारी मनमाने तरीके से जमीन को नापते हैं और एक ही जमीन को अलग-अलग स्थानों पर निकालते हैं जबकि 15 बीघा 3 बिस्वा जमीन का टुकड़ा एक जगह है
जवान ने हताशा जाहिर करते हुए कहा कि मैं राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन की चक्कर काट काट कर परेशान हो गया हू मेरे छोटी-छोटी बेटियां और एक बेटा है जो कि घर से निकलते समय लिपट जाते हैं उनको ठुकराते हुए देश केे लीयेे अपनी ड्यूटी को निभाता हूं 1 वर्ष में तीन बार छुट्टी आता हूं बच्चे पत्नी माताजी पिताजी सभी सोचते हैं कि जब वह आएगा तब हम इस काम को उसे बताएं लेकिन मैं जब आता हूं तो सारा समय राजस्व विभाग के भ्रष्ट कर्मचारी व पुलिस प्रशासन के भ्रष्ट कर्मचारी और गांव के आपराधिक प्रवृत्ति के असामाजिक तत्व के बीच में ही फुटबॉल बनकर घूमता रहता हूं अब मैं जीवन से तंग आ चुका हूं क्योंकि सच्चाई का रास्ता चलना है इतना मुश्किल है कि उसमें सरकारी अधिकारी व कर्मचारी अपना फर्ज ठीक से नहीं निभा सकते अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं कर सकते तो फिर मैं बॉर्डर पर रहकर अपने देश की सीमाओं की रक्षा कैसे कर पाऊंगा
धर्मसिंह तोमर पोरस ध्यप्रदेश
मुरैना मप्र0 - आर्मी के जवान धर्मसिंह तोमर की जमीन पर दबंगो ने किया कब्ज़ा जवान बोला ऐसे ही रहे हालात तो बनना पड़ेगा पानसिंह
मध्यप्रदेश के पोरसा थाना क्षेत्र के कोथर कलां के मजरा बमुरका पुरा निवासी आर्मी के जवान ने गांव में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से परेशान होकर राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन का दरवाजा खटखटाया लेकिन वहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी प्रशासन द्वारा पीड़ित की मदद न मिलने के कारण जवान व उसका परिवार पूरी तरह से टूट चुका है जवान का कहना है कि अब मुझे कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है सोचा था की अपने पूर्वजों के पद चिन्हों पर चलकर अपने गांव समाज में अच्छे काम करूंगा कुछ बेसहारा लोगों का सहारा बनूंगा पर्यावरण प्रकृति को बचा लूंगा गौ माता की रक्षा करूंगा कुछ ऐसा करूंगा जिससे कि हमारी नदियां पुनर्जीवित हो जाए मैं इन सारे संकल्पों को लेकर चल रहा था इसके लिये दिन रात मेंंहनत की लेकिन उसके बावजूूद हालात यह है की हमारी जमीन को ही हमें नहीं जोतने दिया जा रहा है ।
पीड़ित जवान ने बताया कि जुलाई 2018 में मैं जम्मू-कश्मीर के लाल चौक पर पोस्टेड था वहां पर रहते हुए हमने अपनी समस्या को माननीय कलेक्टर महोदय भरत यादव जी को बताया भरत यादव जी ने तुरंत ही एक्शन लिया और 23 जुलाई 2018 को माननीय तहसीलदार महोदय भूपेंद्र किलासिया नायब तहसीलदार ओपी श्रीवास्तव आरआई रजाक खान पटबारी रमन प्रताप पटवारी उदय भान की टीम द्वारा निष्पक्ष सीमांकन किया गया और जहां पर हमारी जमीन थी वहीं पर हमारी जमीन निकली लगभग 3 बीघा जमीन हमारी आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने दबा रखी थी वह भी निकल आई चिन्हीत स्थानो पर पत्थर गढ़वा दिए गए लेकिन गाँव के ही कुुुछ दबंगों ने ट्रैक्टर वालों को व मजदूरों को रोक दिया जिसके कारण हमारी जमीन जुलाई 2018 में बंजर रह गई 17 जून 2018 में चिन्ह के लिए गड़ाये गये पत्थरो को उखाड़ कर गायब कर दिया गया जमीन के निशान न मिट जाए इस लिये जब इसके बारे में विरोध किया तो दबंग मेरे परिवार को जान से मारने की धमकियां और लाठी बंदूक लेकर लड़ने के लिए आ गए घर पर कोई ना रहने के कारण यह लोग हमेशा गाय भैंसों की चोरी पेड़ पौधों को काटना फसल की चोरी दरवाजे से बर्तनों को उठाना इन सब चीजों द्वारा हमें हमेशा परेशान करते आए और आप जमीन को हड़पने की नीयत से परेशान कर रहा है जुलाई 2019 में मजबूरी में मैंने एक ट्रैक्टर खरीदा छोटे भाई को प्राइवेट नौकरी छुड़वा कर घर पर बुलाया जमीन को जोतना शुरू किया तो इन लोगों ने पुलिस के द्वारा जमीन जोतने से रुकवा दिया लेकिन फिर मैंने एसडीएम महोदय से मिलकर जमीन को जुतवा दिया लेकिन राजस्व विभाग की वरिष्ठ अधिकारी सीमांकन के समय उपस्थित नहीं रहती जिससे आरआई व पटवारी मनमाने तरीके से जमीन को नापते हैं और एक ही जमीन को अलग-अलग स्थानों पर निकालते हैं जबकि 15 बीघा 3 बिस्वा जमीन का टुकड़ा एक जगह है
जवान ने हताशा जाहिर करते हुए कहा कि मैं राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन की चक्कर काट काट कर परेशान हो गया हू मेरे छोटी-छोटी बेटियां और एक बेटा है जो कि घर से निकलते समय लिपट जाते हैं उनको ठुकराते हुए देश केे लीयेे अपनी ड्यूटी को निभाता हूं 1 वर्ष में तीन बार छुट्टी आता हूं बच्चे पत्नी माताजी पिताजी सभी सोचते हैं कि जब वह आएगा तब हम इस काम को उसे बताएं लेकिन मैं जब आता हूं तो सारा समय राजस्व विभाग के भ्रष्ट कर्मचारी व पुलिस प्रशासन के भ्रष्ट कर्मचारी और गांव के आपराधिक प्रवृत्ति के असामाजिक तत्व के बीच में ही फुटबॉल बनकर घूमता रहता हूं अब मैं जीवन से तंग आ चुका हूं क्योंकि सच्चाई का रास्ता चलना है इतना मुश्किल है कि उसमें सरकारी अधिकारी व कर्मचारी अपना फर्ज ठीक से नहीं निभा सकते अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं कर सकते तो फिर मैं बॉर्डर पर रहकर अपने देश की सीमाओं की रक्षा कैसे कर पाऊंगा
धर्मसिंह तोमर पोरस ध्यप्रदेश
This is an actual predicament of Jawans. The local administration is insensitive to the request of Jawans. Earlier ie 20 years back if company commander wrote about similar problems to the DM / SSP the use to take cognizance to the request made on behalf of the Jawan. Now! The SHO just do not pay respect /or cognizance to such request even if you visit personally...needless to mention they or his SI does not render correct advice or take action painstakingly...more so when money matters / land is involved...
ReplyDeleteमें आशा करता हु की देश की सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए
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