गुप्तेश्वर महादेव मंदिर जिन्हें छोटा अमरनाथ भी कहा जाता है , इलाके में बिजली न होने से दर्शनार्थी परेशान
08 अगस्त 2019
मध्यप्रदेश के महेष्वर तहसील क्षेत्र का मामला यहां करहि टप्पा क्षेत्र से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर है,भोलेनाथ कि गुफा ,जो कि आस पास के क्षेत्र वासी इसे छोटा अमरनाथ के नाम से जानते है ,इस गुफा के आसपास पूरा पहाड़ी इलाका है। इस गुफा को खोदरा महादेव व गुप्तेश्वरनाथ भी कहा जाता है । यहां दिन में तो भक्त जा सकते है लेकिन रात में नही जा सकते । हजारो भक्त यहां श्रावण महीने में इस गुफा वाले शिवलिंग के दर्शन करने आते है । यहां पर रास्ता बहुत ही कठिन व सकरा होने से परेशानियो का सामना करते हुए मंदिर परिसर तक जाना पड़ता है । यहा पर न तो कोई बिजली की व्यवस्था है न ही रास्ते ठीक है भक्तो का कहना है कि अगर यहां पर रास्ते की परेसानी दूर हो जाये तो रोज सैकड़ो भक्त यहां आकर इस छोटे अमरनाथ के दर्शन का लाभ ले सकते है ,जैसे ही भक्त यहां आते है ,ओर यहां आकर अम्रत झरने में नहाते तो उनकी पूरी थकान चली जाती है , जैसे कोई नई शक्ति मिल गयी हो फिऱ गुफ़ा के अंदर जाकर पूजा पाठ व जो भी हवन अभिषेक हो किया जाता है मध्यप्रदेश में महेस्वर जैसे पवित्र नगरी के आस पास क्षेत्र में लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर तथा ऊँची ऊँची पहाड़ी पर बसे छोटा अमरनाथ कहे जाने वाले इस गुप्तेश्वरनाथ तक जाने वाले रास्ते को अगर शासन व प्रशासन थोड़ा सा भी ध्यान देता है तो यहां पर रास्ते की समस्या दूर हो जाएगी और इस जगह का ओर भी ज्यादा महत्त्व बड़ जाएगा
शैलेंद्र सुराणा की रिपोर्ट
मध्यप्रदेश के महेष्वर तहसील क्षेत्र का मामला यहां करहि टप्पा क्षेत्र से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर है,भोलेनाथ कि गुफा ,जो कि आस पास के क्षेत्र वासी इसे छोटा अमरनाथ के नाम से जानते है ,इस गुफा के आसपास पूरा पहाड़ी इलाका है। इस गुफा को खोदरा महादेव व गुप्तेश्वरनाथ भी कहा जाता है । यहां दिन में तो भक्त जा सकते है लेकिन रात में नही जा सकते । हजारो भक्त यहां श्रावण महीने में इस गुफा वाले शिवलिंग के दर्शन करने आते है । यहां पर रास्ता बहुत ही कठिन व सकरा होने से परेशानियो का सामना करते हुए मंदिर परिसर तक जाना पड़ता है । यहा पर न तो कोई बिजली की व्यवस्था है न ही रास्ते ठीक है भक्तो का कहना है कि अगर यहां पर रास्ते की परेसानी दूर हो जाये तो रोज सैकड़ो भक्त यहां आकर इस छोटे अमरनाथ के दर्शन का लाभ ले सकते है ,जैसे ही भक्त यहां आते है ,ओर यहां आकर अम्रत झरने में नहाते तो उनकी पूरी थकान चली जाती है , जैसे कोई नई शक्ति मिल गयी हो फिऱ गुफ़ा के अंदर जाकर पूजा पाठ व जो भी हवन अभिषेक हो किया जाता है मध्यप्रदेश में महेस्वर जैसे पवित्र नगरी के आस पास क्षेत्र में लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर तथा ऊँची ऊँची पहाड़ी पर बसे छोटा अमरनाथ कहे जाने वाले इस गुप्तेश्वरनाथ तक जाने वाले रास्ते को अगर शासन व प्रशासन थोड़ा सा भी ध्यान देता है तो यहां पर रास्ते की समस्या दूर हो जाएगी और इस जगह का ओर भी ज्यादा महत्त्व बड़ जाएगा
शैलेंद्र सुराणा की रिपोर्ट
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