कांस्टेबल की मदद से बेसहारा को मिली नई जिंदगी -PRESSINDIA24
हरदोई,ब्यूरो|
बावन, संवाद सूत्र |
'खुद को कर बुलन्द इतना, खुदा खुद पूछे बंदे बता तेरी रजा है क्या' कहावत भी सही कही गई है कि लोगों को दूसरे कार्योंं को करने , गरीब, बेसहारा व बेेेवस लोगों की मदद करने से पहचान बन जाती हैै जिससेे चहुंओर वाहवाही होने लगती है |
कोतवाली लोनार में कांस्टेबल के पद पर तैनात विवेक शर्मा अपने अच्छे कामों से सुर्खियों में बने रहते है जो कभी गरीब ठेलेवालों की आर्थिक सहयोग कर तो कहीं घायलों की मदद कर उन्हें अपनी नई जिंदगी जीने का हक अदा करते है |
पुलिस का नाम सुनते ही कई लोगों के जहन में नकारात्मक धारणा की बत्ती जरूर जलने लगती है और पुलिस पर सवालिया निशान खड़े हो जाते है लेकिन यहां उन्हीं कई लोगों की नकारात्मक धारणाओं को सकारात्मक सोंच को बदलने का काम कांस्टेबल विवेक शर्मा लगातार करते आ रहे है |
कांस्टेबल विवेक शर्मा बताते है कि मैं अपनी ड्यूटी समाप्त करने के बाद प्रभारी निरीक्षक महोदय से आज्ञा लेकर अपने कमरे और छत को रोशन करने के लिए मोमबत्ती और दीये लेने कसबा बावन बाजार जा रहा था वहीं दीपावली के त्यौहार पर घर न जाने का दुख तो जरूर था लेकिन इस बार दीवाली को कुछ खास तरह से मनाई जाए| तन पर पुलिस की वर्दी नहीं थी साधारण कपड़े पहनकर जा रहा था तभी न्योरादेव के आगे झाड़ियों में एक मोटरसाइकिल पलटी हुई नजर आई क्योंकि शाम का समय था इसलिए लोग अपने घर में दीपक प्रज्वलित करने की जल्दबाजी में उस पलटी हुई मोटरसाइकिल को देखकर बिना कुछ सहायता किए ऐसे ही जा रहे थे जैसे ही मेरी नजर उस मोटरसाइकिल पर पड़ी तुरंत मैंने अपनी बाइक रोकी तथा अपने मित्र की मदद से पलटी हुई मोटरसाइकिल हटाकर देखा कि एक 26-27 साल का लड़का (रवि पुत्र मुन्ना, न्योरादेव का निवासी है) बुरी तरह से घायल अवस्था में बेसुध पड़ा था सिर में भी चोटें थी, तुरंत 108 डायल कर एम्बुलेंस को बुलाया और नजदीकी अस्पताल पहुँचाया
पूरे मामले में लगभग आधा घंटा बीत चुका था जिससे मुझे दीपक जलाने के लिए बहुत देर हो चुकी थी लेकिन बेशक मुझे इस बात की खुशी है कि मैंने किसी के घर का दीपक बुझने से बचा लिया मैं पुलिस सेवा में हूं यह केवल मेरा ही फर्ज नहीं है कि किसी की जान बचाई जाए बल्कि मैं आप सभी लोगों से अपील करता हूं कि भगवान दीपक ,मोमबत्ती, फूल चढ़ाने से ही प्रसन्न नहीं होते बल्कि आप इस तरह से भी अगर किसी की मदद करें तभी वह प्रसन्न रहेंगे|मैं अपने प्रत्येक पुलिस साथी को सलाह देना चाहूंगा कि एक जवान की ड्यूटी कभी ऑफ नहीं होती है
मेरी दीवाली इस काम को करने से हैप्पी रही यह दीवाली सदैव याद रहेगी |
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