आत्मनिर्भर बन रहें हैं बाल अपराधी दिल्ली पुलिस और IACT की संयुक्त पहल "SANKALP" के द्वारा
नई दिल्ली। "एक कदम आत्मनिर्भरता की ओर" दिल्ली पुलिस की यह मुहीम एक बेहतर कुशल और सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और उपलब्धि हासिल करने के लिए तैयार है। कोरोना महामारी का ये दौर जहाँ क्लास रूम ट्रेनिंग्स पूरी तरह से बंद हो चुकी थी ऐसे समय में बेरोज़गारी से तंग आकर गलत राह की ओर न बढ़े इसलिए वहां इन भटके हुए बच्चों को शिक्षा की राह से जोड़े रखने के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर आया e-learning पोर्टल "SANKALP"। जिसकी शुरुवात Delhi Police ने IACT Education के साथ मिलकर की। जिसका उद्देश्य इन बच्चों को निजी स्थानों से शिक्षा प्रदान करना था। इस पोर्टल के ज़रिये बच्चों ने अपने चयनित कोर्सेज की ट्रेनिंग पूरी की।
जहाँ इस e-learning पोर्टल "SANKALP" के माध्यम से बाल अपराधियों को डिजिटल लिटरेसी, कौशल प्रशिक्षण और भी बहुत सारे कोर्सेज प्रदान किये जायेंगे। इसके साथ ही इस e-learning पोर्टल को बहुत ही इंटरैक्टिव बनाया गया हैं जिससे की बच्चे इसे आसानी से इस्तेमाल कर पाये और साथ ही अपने डाउट क्लियर कर पाए
04 नवंबर 2020 को IACT एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से दिल्ली के महाराजा सूरजमल इंस्टीटूट ऑडिटोरियम, जनक पुरी में एक जॉब फेयर आयोजित किया गया। जिसके तहत एम्प्लॉयर्स को अपने संगठनों के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों से मिलने का मौका मिला। यह एक ऐसा मंच है, जहां युवा लड़के और लड़कियां कॉरपोरेट सेक्टर के सामने आते हैं और आत्मविश्वास हासिल करते हैं। क्योंकि वे शॉर्टलिस्टिंग और चयन की कठोर प्रक्रिया से गुजरते हैं। इस जॉब फेयर के अंतर्गत इन बच्चो को बहुत सारी अच्छी कंपनियों में काम करने का अवसर प्राप्त हुआ। उम्मीदवारों ने एक साक्षात्कार के बाद लिखित और व्यावहारिक परीक्षा दी, मेगा जॉब फेयर युवाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थितिको ऊंचा करने और अधिक कुशल और रोजगारपरक कार्यबल बनाने की एक बड़ी दृष्टि का हिस्सा है। इस मेले में 200 युवाओं को नौकरियां दिए गए
यह कार्यक्रम पश्चिमी जिले के SHO,श्री अनिल शर्मा और DCP,दीपक पुरोहित के नेतृत्व में हुआ। जिसके मुख्य अतिथि दिल्ली पुलिस कमिशनर, माननीय S. N. Shrivastava ने वहां सभी को संबोधित करते हुए कहा "पश्चिमी ज़िले के इस मुहीम की बहुत प्रसंशा करते हैं और इस आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम को इन् बाल अपराधियों के उज्जवल भविष्य को सवारने की और बढ़ाना आवश्यक है।" इसके साथ ही राजीव कुमार, निदेशक, IACT एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड ने कहा "SANKALP का उद्देश्य भटकते हुए बाल युवाओ को शिक्षा की राह से जोड़कर एक नयी राह दिखाना है इसके साथ ही इस e-learning पोर्टल के द्वारा जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज निःशुल्क उपलब्ध कराना है। यह पोर्टल बहुत ही इंटरैक्टिव है और बच्चे ऑनलाइन क्लासेज के अलावा अपने डाउट भी क्लियर कर सकते हैं।
यह कार्यक्रम बहुत ही सफलतापूर्वक भटकी हुई जिंदगियों को नयी दिशा देते हुए पूरा हुआ।
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