(कुछ अच्छा करो ना) समूह की पहल आपदा में परेशान लोगो की मदद के लिए मिला लोगो का साथ
“ कुछ अच्छा करो ना " समूह रोटरी क्लब के साथ जुड़ा, और इस कोविड संकट के दौरान लोगों से अनुरोध कर रहा है कि दिल खोल कर दूसरों की मदद करे और प्लाज़्मा देने के सक्षम लोग आगे आए !!
देश की राजधानी दिल्ली में कोविड के संकट से निपटने के लिए बहुत से लोग सहायता के लिए आगे आये हैं और वे लोग जैसा कि दिल्ली के बारे में कहा जाता है दिल्ली दिलवालों की कहावत को सार्थक बना रहे हैं ! लोग तन मन धन से सहायता के लिए खुलकर सामने आये हैं !दिल्ली का ही एक ऐसा उदाहरण है, जहाँ चार दोस्तों का एक समूह जो इस संकट के दौरान लोगों की मदद के लिए भरसक प्रयास कर रहा है !
"कुछ अच्छा करोना " (डू समथिंग गुड) एक ऐसा समूह है जिसका गठन कोविड संकट के दौरान दिल्ली / एनसीआर में हुआ ! जिसके संस्थापक हरप्रीत के. गुप्ता (उद्यमी ), नताशा भसीन कुकरेजा (शैमैनिक हीलर), कनिका गुप्ता (बिजनेस एनालिस्ट @ थॉटवर्क्स), अर्चित गोयल (बिजनेस स्ट्रैटेजिस्ट @ गूगल) कहते हैं कि जब हमने देखा हमारे आस पास बहुत से लोग मदद पाने के लिए जूझ रहें हैं! ऐसे में अफवाहों के बढ़ते प्रसार को देखते हुए हम दोस्तों ने साथ मिलकर सत्यापित जानकारियां जुटा कर लोगों तक पहुँचाना शुरू किया हमारा यह कदम लोगों को भावनात्मक रूप से मदद पहुंचाने का काम कर रहा था!
चार दोस्तों से शुरू हुई मदद की यह पहल बहुत ही कम समय में सत्तर लोगों का समूह बन गया जिसमें स्वयंसेवको का समूह लोगों के लिए तरह- तरह के व्यायाम सत्र आयोजित कर रहे हैं जो सभी के लिए निशुल्क उपलब्ध हैं इन सत्रों में श्वास सम्बन्धी व्यायाम, हास्य योग ध्यान, और साथ ही चिकित्सा की अन्य पद्धतियों द्वारा दैनिक सत्रों का आयोजन कर सहायता की जा रही है! हमारे वालिंटियर जानकारी के सत्यापन, अस्पताल में बेड , प्लाज्मा डोनर ,दवाईयां, ऑक्सीजन, एम्बुलेंस और नर्सों की उपलब्धता की जानकारी जुटाना जैसे काम करते हैं! जरूरतमंद रोगियों के लिए घर पर बनाये भोजन को उनके घर तक पहुँचाने की पूरी व्यवस्था करते हैं!
50 से अधिक स्वयंसेवक विशेषज्ञों की मदद से रोगियों और उनके परिवारों के लिए नि:शुल्क परामर्श की व्यवस्था में जुटे हुए हैं, वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा जागरूकता और प्रश्नोत्तर सत्र की व्यवस्था की जा रही है जहाँ कोविड से संबंधित प्रश्नों के जवाब दिए जाते हैं यह सब इसलिए किया जा रहा है , क्योंकि आज भी बड़ी संख्या में रोगी अस्पतालों तक नही पहुंच पा रहे हैं!
डॉ सुचित्रा जैन (वरिष्ठ सलाहकार और क्लिनिकल एडमिनिस्ट्रेटर माइक्रोबायोलॉजी, मैक्स हॉस्पिटल, पड़पड़गंज ) ने इस परियोजना की संरचना को सुचारुरूप से आगे ले जाने में सराहनीय योगदान दिया है वे इस संकट के दौर में आशंकाओं को दूर करने के लिए सटीक जानकारी के लिए सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरों को संगठित करने का अथक प्रयास कर रही हैं।
‘ यह ग्रूप का कहना हैं कि “हमारा उद्देश्य सही जानकारी के बारे में जागरूकता प्रदान करना, भय की रोकथाम , सही समय पर उचित संसाधन उपलब्ध करवाने में लोगों की सहायता करना है। साथ ही प्लाज़्मा डोनेशन ड्राइव के लिए रोटरी इंटरनेशनल क्लब के साथ मिलकर कर काम करने का प्लान कर रहे हैं - असल में एक ऐसी दुनिया जो हर किसी के लिए ख़ुशी और उत्साह के साथ काम करती है। उन सभी का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने इस नेक काम में उनकी मदद की ! साथ ही सहायता प्राप्त लोगों द्वारा भेजे गए शुक्रिया संदेशों और कॉल्स आने पर खुद को सौभाग्यशाली समझते हैं!
वे यह भी कहते हैं कि हमें लगता है कि देश और लोगों की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं है, हमारी भी है इसलिए, हम अपना काम कर रहे हैं और हम देश भर के लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे कम से कम एक कदम उठाएँ और देश के लोगों की मदद करने की कोशिश करें स्वयं आगे बढ़ें किसी दूसरे की सहायता की प्रतीक्षा न करें। अपने साथ -साथ दूसरों की मदद का प्रयास करने की कोशिश करें हमारे पास स्वयंसेवक हैं जो कोविड दौरान काम कर रहे हैं जो खुद को, अपने परिवार को और दूसरों की सहायता करने की इस पहल का हिस्सा बन रहे हैं। वे असली नायक हैं। हम अपने ‘कुछ अच्छा करो ना ‘ टीम के साथ साथ उन सभी को सलाम करते हैं जो दूसरों की सहायता कर रहे हैं और हमारे देश को योगदान देने की इच्छा के साथ जीने के लिए एक बेहतर जगह बना रहे हैं। इनमें से प्रत्येक व्यक्ति एक तरह से मसीहा का कार्य कर रहा है। आइये साथ मिलकर सभी के लिए भय का अंत कर शांत और रोगमुक्त समाज का निर्माण करें!!
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