वाराणसी - आंदोलन कर रहे कुंवर सिंह निषाद तथा अन्य कार्यकर्ताओ को हिरासत में लिया गया ।
यूपी - वाराणसी में आज कुंवर सिंह निषाद द्वारा आरक्षण अधिकार यात्रा निकाली जा रही थी कुंवर सिंह निषाद ने आज 31 जुलाई को कश्यप, निषाद , बिंद , मल्लाह आदि समाज के लोगो का आवाहन किया था तथा वाराणसी के अस्सीघाट पर "कश्यप निषाद आरक्षण अधिकार यात्रा" निकालने का कार्यक्रम था लेकिन पुलिस ने इस कार्यक्रम को बीच मे ही रोक दिया तथा कुंवर सिंह निषाद व अन्य कार्यकर्ताओ को हिरासत में ले लिया गया है ।
इस घटना का लाइव वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ।
हमने इस प्रकार की कार्यवाही की आशंका पिछली खबर में जताई थी क्यों की पुलिस को यह निर्देश दिए गए थे कि वो इस आंदोलन पर अपनी नज़र बनाये रक्खे तथा आवश्यकता पड़ने पर कार्यवाही सुनिश्चित करें तभी से ये आंदोलन पुलिस की नज़र में था ।
आपको बताते चलें कि पहले फिरोजाबाद में इस आंदोलन को रोकने का प्रयास किया गया था उसके बाद जौनपुर में रोका गया तथा आज वाराणसी में भी रोका गया हमने जिस बात की कल आशंका जताई थी आखिर वही हुआ कुंवर सिंह निषाद की बढ़ती लोकप्रियता तथा भारी समर्थन ने सरकार को भी चिंता में डाल दिया ।
चुनाव में जहां एक तरफ धडल्ले से बिना रोक-टोक रैलियां निकाली जाती हैं। तथा रैलियों में कोई कानून व्यवस्था नही बिगड़ती वही इस तरह के शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे आंदोलन को कानून व्यवस्था का हवाला दे कर रोक दिया जाता है ।आपको बताते चलें कि कश्यप निषाद आरक्षण अधिकार यात्रा मथुरा से शुरू हुई थी तथा तभी से ये आंदोलन शान्तिपूर्ण तरीके से चलाया जा रहा था लेकिन उसके बावजूद पुलिस प्रशासन इस आंदोलन को बार-बार रोकने का प्रयास कर रहा है ।
आज कुंवर सिंह निषाद को कार्यकर्ताओ सहित हिरासत में ले लिया गया है एक पिछड़े समाज के अधिकार की आवाज़ को रोक दिया गया । चुनाव से पहले बीजेपी ने जो वादा किया था वो पूरा नही किया और जब कुंवर सिंह निषाद ने आवाज़ उठाई तो पुलिस ने उनकी आवाज़ को रोक दिया । क्या यही है सबका साथ सबका विकास की नीति।
सवाल तो बहुत है लेकिन जवाब कोई नही है
-क्या शान्तिपूर्ण आन्दोलन करना अपराध है ?
-क्यों एक पिछड़े वर्ग के नेता की आवाज़ को दबा दिया गया ?
-किसी आंदोलन से अगर कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो चुनाव में निकाली जाने वाली बड़ी-बड़ी रैलियों से कानून व्यवस्था क्यों नही बिगड़ती ?
- Press india 24 सभी से शन्ति की अपील करता है ।
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